मंज़िल है तू मेरी ।चल दूँगा एक दिन पाने ।।अगर मिले राह में काँटे ।फूल समझ के कुचल दूँगा मैं ।। मंज़िल है तू मेरी ।चल दूँगा एक दिन पाने ।।अगर मिले राह में काँटे ।फूल समझ के कुचल...
इन कविताओं ने मुझे, मेरे प्यार-सा कर दिया...! इन कविताओं ने मुझे, मेरे प्यार-सा कर दिया...!
कोशिश है तुझे रिझाने की कोशिश है तुझे रिझाने की
हूक हृदय की शब्दों में ढल कागज़ पर बिछ जाती है। हूक हृदय की शब्दों में ढल कागज़ पर बिछ जाती है।
क़ैद थे दो परिन्दे जो अलग-अलग पिंजरों में... संग आज़ाद होने की ख्वाहिश कर बैठे। क़ैद थे दो परिन्दे जो अलग-अलग पिंजरों में... संग आज़ाद होने की ख्वाहिश कर बैठ...
ये ख़ामोशी के लम्हे, ख़ामोशी से ही गुज़र जाने दो! ये ख़ामोशी के लम्हे, ख़ामोशी से ही गुज़र जाने दो!